कल्पना – एक एहसास

ख़याल न थी किसी शायर कीकमाल करने आयी थी |मिसाल बनकर चल बसीख़याल बनकर रह गयी | रास्तों की खोज में निकली थीसपनों से सच तक जाने की |आखिर रास्ता जब मिल ही गयाशान से सपनों को जीने लगी | छोटे शहर की बेटी थीखुदके भरोसे पर आयी थी |छूकर आसमान को आने परसारे संसार […]

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